हमारे सभी व्रत-त्योहार एवं शुभ मुहूर्त आदि सभी विक्रम संवत की तिथि एवं नक्षत्र अनुसार ही होते हैं जाने क्यों

22 March 2023 बुधवार को चंद्र वर्ष (Lunar Year) का पहला महीना “चेत्र” की शुक्ल पक्ष (Moon Waxing) एकम ( तिथि एक) को नया विक्रम वर्ष 2080 और राष्ट्रीय शक संवत 1945 प्रारंभ हो रहे हैं, आप सभी को नव वर्ष की बधाइयां| हमारी संस्कृति में नया वर्ष माताजी की पूजा, अर्चना, आराधना और व्रत करके मजबूत इच्छाशक्ति के संकल्प के साथ मनाया जाता है, अपने इस त्यौहार को पूरे हर्ष और उल्लास के साथ “शक्ति” के प्रतीक नारी के सम्मान के साथ मनाएं, और अपने घर में भगवा ध्वज अवश्य लगाएं

विक्रम नव वर्ष के बारे में कुछ रोचक बातें जानिए और सभी से शेयर अवश्य करें, क्योंकि हमारे पंचांग के बारे में बेसिक ज्ञान हम सभी को होना चाहिए
जिस प्रकार अंग्रेजी (ईस्वी) सन् 2023 चल रहा है जिसमें 12 महीने जनवरी से दिसंबर तक होते हैं, जो सूर्य की चाल के अनुसार होता है, इसी प्रकार विक्रम संवत 2079 आज 21 March 2023 को समाप्त हो रहा है और कल 22 March 2023 से विक्रम संवत 2080 प्रारंभ हो रहा है, इस दिन को हम “चैत्र नवरात्र” के उत्सव से मनाते हैं,

हमारे सभी व्रत-त्योहार एवं शुभ मुहूर्त आदि सभी विक्रम संवत की तिथि एवं नक्षत्र अनुसार ही होते हैं इसीलिए आपने देखा होगा कि हर वर्ष त्योहारों की अंग्रेजी दिनांक अलग अलग होती है

विक्रम संवत में भी 12 माह होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं,
1. चैत्र (near April)
2. वैशाख (near May)
3. ज्येष्ठ (near June)
4. आषाढ़ (near July)
5. श्रावण (near August)
6. भाद्रपद (भादो) (near September)
7. अश्विन (near October)
8. कार्तिक (near November)
9. मार्गशीष (अगहन) (near December)
10. पौष (near January)
11. माघ (near February)
12. फाल्गुन (near March)

इसीलिए भारत में वित्त वर्ष (Financial Year) 1 अप्रैल से प्रारंभ होकर 31 मार्च तक चलता है, क्योंकि भारत के व्यवसाय इसी अनुसार अपनी बही-खाता (Accounting Ledger books) मेंटेन करते हैं

जिस प्रकार अंग्रेजी तारीख सूर्य के हिसाब से (Solar Year) चलती है उसी प्रकार विक्रम संवत की तिथि “चंद्रमा” के हिसाब से चलती है (चंद्र वर्ष Lunar Year)

पंचांग में कुल 5 अंग होते हैं
1. Tithi (12 degree movement between Sun and Moon)
2. Nakshatra (Constellation, Arrangement/Pattern of Stars)
3. Vaar (Day)
4. Karan (Half time of Tithi)
5. Yog

Tithi
हमारे ऋषि-मुनियों ने यह गणना करी कि चंद्रमा 30 तिथि में धरती का एक पूरा चक्कर लगाता है, यानी 360-degree घूमता है, इसीलिए एक तिथि मतलब जब चंद्रमा और सूर्य की दूरी 12 डिग्री से बढ़ती है, और इसके बाद जैसे दिन बदलता है वैसी ही विक्रम संवत में तिथि बदलती है
30 tithi x 12 degree = 360 degree
चंद्रमा का एक पूरा चक्र पूर्ण होने पर एक महीना होता है,
यानी जब चंद्रमा 12 चक्कर लगाता है धरती के, तब विक्रम संवत में 1 वर्ष पूर्ण माना जाता है
इसमें एक खास बात और यह है कि चंद्रमा जब धरती का चक्कर लगाता है, तो सूरज से मिल रही रोशनी की चमक अनुसार धरती से देखने पर 15 तिथि चंद्रमा अमावस्या से बढ़ते हुए पूर्णिमा तक पहुंचता है और फिर 15 तिथि पूर्णिमा से घटते हुए अमावस्या की तरफ पहुंचता है,
इसे ही कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष कहां जाता है यानी Moon Waxing Phase and Wanning Phase

नक्षत्र
इसे अंग्रेजी में कांस्टेलेशन (Constellation) कहते हैं, यानी आसमान में तारों के पैटर्न/arrangement को अलग-अलग नाम दिया गया है, जिसे नक्षत्र कहते हैं
कुल 27 नक्षत्र होते हैं जो क्रम अनुसार आते रहते हैं,
जन्म के वक्त कौन सा नक्षत्र है इसी अनुसार बहुत लोग नाम रखते हैं बच्चों का, इसीलिए आपकी पहचान में बहुत सारी “स्वाति” होंगी, जिनका जन्म स्वाति नक्षत्र में हुआ होगा,

Vaar (7 Days)
रविवार (सूर्य ग्रह)
सोमवार ( चंद्रमा)
मंगलवार (Mars)
बुधवार (Mercury)
गुरुवार / बृहस्पतिवार (Jupiter)
शुक्रवार (Venus)
शनिवार (Saturn)
एक खास बात यह है कि सभी प्रकार के संवत में 7 वार होते हैं, यानी यह सभी में एक प्रकार है,
“ईसवी सन” का प्रयोग आम दिनचर्या में हम करते हैं
हमारे सभी व्रत त्योहार शुभ मुहूर्त का कार्य “विक्रम संवत” की तिथि एवं नक्षत्र अनुसार होता है
सरकारी ऑफिस में “राष्ट्रीय शक संवत” का इस्तेमाल होता है जोकि सूर्य अनुसार दिन बदलता है लेकिन उसमें तिथि का नाम विक्रम संवत जैसा रहता है,

एक सूर्य वर्ष (ईसवी सन) में 365 दिन होते हैं जबकि एक चंद्र वर्ष (विक्रम संवत) मे लगभग 354 दिन होते हैं,
इसीलिए लगभग हर 3 वर्षों में ईसवी दिनांक और विक्रम संवत की दिनांक में लगभग 30 दिन का अंतर आने लगता है और इसीलिए विक्रम संवत के महीनों में एक अधिक मास जोड़ा जाता है जिसे पुरुषोत्तम का महीना या मलमास या अधिमास के नाम से जाना जाता है,

आशा है यह सभी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *