शासन द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाने के निर्णय के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रति राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री कुशवाह ने माना आभार

 

ग्वालियर / महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म-दिवस ग्वालियर जिले में श्रद्धा भाव एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महात्मा ज्योतिबा फुले की 196वी जयंती पर उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह के मुख्य आतिथ्य में शहर में विशाल चल समारोह का आयोजन हुआ। फूलबाग से शुरू हुआ यह चल समारोह गोल पहाड़िया पर पहुँचा। यहाँ पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री कुशवाह एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्पाहार अर्पित किए और महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्री बाई फुले के जीवन चरित्र का स्मरण किया।
पूरे प्रदेश में राज्य शासन द्वारा हर वर्ष महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाने का निर्णय लेने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री भारत सिंह कुशवाह ने चल समारोह के दौरान सामूहिक रूप से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के इस निर्णय से समाज में सकारात्मक संदेश पहुँचा है। उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने समग्र समाज के लिये विशेषकर समाज के पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिये महत्वपूर्ण योगदान दिया है।


राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री कुशवाह की पहल पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ज्योतिबा फुले के जन्म-दिवस को प्रतिवर्ष शासकीय स्तर पर समारोह पूर्वक मनाने की घोषणा की थी। इसी कड़ी में संस्कृति विभाग ने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती 11 अप्रैल को पूरे प्रदेश में मनाने के आदेश जारी किए गए हैं।
राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने महात्मा ज्योतिबा फुले के शिक्षा के क्षेत्र में दिये योगदान को स्मरण करते हुए दमोह के शासकीय सीएम राइज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का नाम शासकीय महात्मा ज्योतिबा फुले सीएम राइज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करने पर भी मुख्यमंत्री श्री चौहान आभार माना है। हाल ही में मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई घोषणा के अनुरूप दमोह के स्कूल का नाम महात्मा ज्योतिबा फुले किया गया है।
राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने महात्मा ज्योतिबा फुले एवं माता सावित्री बाई फुले की जीवनी, कार्यों एवं उनके द्वारा पिछड़ा वर्ग उत्थान के संबंध में रखे गए विचारों को शैक्षणिक पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने के लिये भी मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार माना है। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्री बाई फुले ने पिछड़े समाज में सबसे पहले शिक्षा की अलख जगाई थी। माता ‍सावत्री बाई फुले ने महिलाओं को शिक्षित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्री बाई फुले के प्रति समाज हमेशा ऋणी रहेगा।

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