ग्वालियर की ऐतिहासिक एनसीसी अफसर प्रशिक्षण अकादमी में बुधवार को महिला एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) अधिकारियों की भव्य एवं आकर्षक दीक्षांत परेड का आयोजन हुआ, जिसमें 115 महिला एनसीसी अफसर प्रशिक्षणार्थियों ने अनुशासनबद्ध ढंग से मार्च पास्ट कर सभी को रोमांचित कर दिया। एनसीसी अफसर प्रशिक्षण अकादमी के इतिहास में पहली बार किसी महिला अधिकारी ने दीक्षांत परेड का निरीक्षण किया। इस बार की दीक्षांत परेड में अपर महानिदेशक थल सेना चिकित्सा सेवा मेजर जनरल विशिष्ट सेवा मैडल सुश्री कविता सहाय के मुख्य आतिथ्य में दीक्षांत परेड का आयोजन हुआ।
मुख्य अतिथि मेजर जनरल सुश्री कविता सहाय ने सैन्य परिधानों से सजे-धजे महिला प्रशिक्षणार्थियों की प्रभावशाली दीक्षांत परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद कदम से कदम मिलाते हुए प्रशिक्षणार्थियों ने आकर्षक मार्च पास्ट किया। प्रशिक्षण कोर्स के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली एनसीसी अधिकारियों की मुख्य अतिथि सुश्री कविता सहाय ने इस अवसर पर पुरस्कृत किया।
शपथ भी दिलाई गई
पिपिंग सेरेमनी के बाद महिला एनसीसी अधिकारियों को प्रशिक्षण अधिकारी (समन्वय) लेफ्टीनेंट कर्नल श्री विशाल सिंह एवं अतिरिक्त प्रशिक्षण अधिकारी मेजर सुश्री प्रतिभा तिवारी ने राष्ट्रीय ध्वज के समक्ष एनसीसी नियमों को पालन करने की शपथ दिलाई।
कठिन परिश्रम से होकर गुजरी हैं प्रशिक्षणार्थी महिला एनसीसी अफसर
दीक्षांत परेड में शामिल हुई 115 महिला एनसीसी अफसर 45 दिन के कठिन परिश्रम से होकर गुजरी हैं। इन्होंने बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण, व्यक्तित्व विकास, कम्युनिकेशन स्किल, मैप रीडिंग, ड्रिल, एडवेचर, खेलकूद, सैन्य प्रशिक्षण, योगा, आपदा प्रबंधन इत्यादि का प्रशिक्षण लिया है।
इन प्रशिक्षणार्थियों को मिले पुरस्कार
कनिष्ठ स्कंध की मेरिट क्रम में प्रथम स्थान हासिल करने पर एनसीसी महानिदेशक का “प्लेक ऑफ ऑनर” एवं कोर्स में सर्वश्रेष्ठ एएनओ होने के लिये “एनसीसी महानिदेशक ट्रॉफी”, राजस्थान निदेशालय की केयर टेकर ऑफीसर सुश्री प्रतिष्ठा शेखावत को प्रदान किया गया। इसी तरह एनसीसी विषयों में सर्वश्रेष्ठ एएनओ के लिये “शर्मा कप” कर्नाटक एवं गोवा निदेशालय की केयर टेकर ऑफीसर सुश्री स्वाति के एन को मिला है। फोर्स के दौरान नेतृत्व क्षमता का सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिये लीडरशिप ट्रॉफी परिश्चम बंगाल एवं सिक्किल निदेशालय की केयर टेकर ऑफीसर सुश्री सीमा पाण्डेय झा को, परेड को कमाण्ड करने के लिये “कमाण्डेंट का स्वर्ण पदक”, मध्यप्रदेश निदेशालय की थर्ड ऑफीसर सुश्री पूनम धोते को एवं चैम्पियनशिप बैनर “अहिल्याबाई” कंपनी को प्रदान किया गया। जिसे तमिलनाडु निदेशालय की थर्ड ऑफीसर सुश्री जेना गरानी एन को सौंपा गया।