संभाग आयुक्त ने कलेक्टर, डीएफओ एवं अन्य अधिकारियों के साथ किया ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण परियोजना का निरीक्षण

 

ग्वालियर। ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण परियोजना क्षेत्र में उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए पेड़ों का पुनर्स्थापन (ट्रांसप्लांट) कराएँ। जितने भी पेड़ ट्रांसप्लांट किए जाने हैं उन सभी की जियो टैगिंग अनिवार्यत: कराई जाए। साथ ही थर्ड पार्टी से पेड़ों के पुनर्स्थापन कार्य का सत्यापन भी कराएँ। इस आशय के निर्देश संभाग आयुक्त श्री दीपक सिंह ने कार्य एजेंसी गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल के अधिकारियों को दिए।
संभाग आयुक्त श्री सिंह शुक्रवार को कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह, वन मण्डलाधिकारी सुश्री प्रियांशी सिंह, गृह निर्माण मण्डल के उपायुक्त श्री एन डी अहिरवार तथा नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, गृह निर्माण मण्डल एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण परियोजना के तहत कराए जा रहे कार्यों एवं पेड़ों के पुनर्स्थापन कार्य का निरीक्षण करने पहुँचे थे। उन्होंने निरीक्षण से पहले संभाग आयुक्त कार्यालय में ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान संभाग आयुक्त श्री सिंह ने यह भी निर्देश दिए कि पेड़ों के पुनर्स्थापन का कार्य नगर निगम, वन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल के अधिकारी-कर्मचारियों की संयुक्त मौजूदगी में कराया जाए। उन्होंने कहा पेड़ों की छटाई से निकली लकड़ियाँ नगर निगम को सुपुर्द करें और यह लकड़ियाँ श्मशान में अंत्येष्टि के लिये नि:शुल्क रूप से उपलब्ध कराई जाएँ।
संभागीय आयुक्त श्री सिंह ने गृह निर्माण मण्डल के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना में कराए जाने वाले सभी निर्माण कार्यों की अनुमतियाँ नगर निगम, नगर एवं ग्राम निवेश और पर्यावरण विभाग से अनिवार्यत: प्राप्त की जाएँ। उन्होंने कहा निर्माण कार्यों के दौरान प्रदूषण न फैले, इसके लिये कार्य स्थल को चारों ओर से टीन इत्यादि से ढकने की व्यवस्था भी अनिवार्यत: करें।
कलेक्टर श्री अक्षय कुमार‍ सिंह ने इस अवसर पर भरोसा दिलाया कि ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना के कार्यों को गति देने के लिये शेष आवासों को जल्द से जल्द खाली कराया जायेगा। उन्होंने क्षेत्रीय एसडीएम को निर्देश दिए कि इस प्रोजेक्ट के कामों की नियमित रूप से निगरानी रखें और माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन कराएँ।

अब तक 39 पेड़ों का हुआ पुनर्स्थापन, अनुभवी एजेंसी कर रही है यह काम

ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण क्षेत्र में पेड़ों के ट्रांसप्लांट का काम अनुभवी एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। गृह निर्माण मण्डल ने नईदिल्ली की रोहित नर्सरी को यह काम सौंपा है। इस एजेंसी द्वारा ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण क्षेत्र में अब तक 39 पेड़ों का पुनर्स्थापन किया जा चुका है। रोहित नर्सरी के पेड़ ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ श्री अजय नागर ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण क्षेत्र में पेड़ों के ट्रांसप्लांट का काम करवा रहे हैं। इस एजेंसी के पास देश के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट में सफलतापूर्वक पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने का अनुभव है।

हटाए जाने वाले पेड़ों के अनुपात में 10 गुने नए पेड़ लगाएँ

संभागीय आयुक्त श्री दीपक सिंह ने ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना की समीक्षा बैठक में जोर देकर कहा कि नए पेड़ लगाने में उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जाए। उन्होंने कहा हटाए जाने वाले पेड़ों की तुलना में 10 गुने पौधे रोपे जाएँ। ज्ञात हो ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण क्षेत्र से हटाए गए पौधों के एवज में नए पौधे लगाने के लिये गृह निर्माण मण्डल द्वारा वन विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वन विभाग द्वारा सिरोल पहाड़ी व कैंसर पहाड़िया पर पौधरोपण का कार्य किया गया है। संभाग आयुक्त श्री सिंह ने आगामी मानसून में यहाँ पर गैप फिलिंग करने के साथ-साथ नए पौधे रोपने के निर्देश इस मौके पर दिए।

शिविर लगाकर व विधिवत कार्रवाई कर शेष आवास खाली कराएँ

संभाग आयुक्त श्री दीपक सिंह ने एसडीएम श्री सी बी प्रसाद को निर्देश दिए कि ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण परियोजना के प्रथम चरण में जिस क्षेत्र में कार्य किए जाने हैं वहाँ के शेष सरकारी आवास विधिवत कार्रवाई कर खाली कराए जाएँ। उन्होंने कहा कि इसके लिये ठाठीपुर‍ क्षेत्र में शिविर लगाएँ और अंतिम नोटिस जारी कर मकान खाली कराए जाएँ, जिससे ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना का काम तेजी से आगे बढ़ सके। एसडीएम श्री प्रसाद ने इस अवसर पर जानकारी दी कि इस क्षेत्र के शासकीय आवासों में निवासरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मकान खाली करने के लिये पूर्व में भी नोटिस दिए जा चुके हैं।

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