दुष्यंत कुमार त्यागी( 1 सितंबर 1933)1975 के आपातकाल के दौरान अपनी कविताओं के माध्यम से देशवासियों में चेतना का संचार करने वाले सरल हिंदी और आसानी से समझ आने वाली उर्दू भाषा की कविताओं के माध्यम से पूरे समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले जिनके लेखन का स्वर सड़क से संसद तक आज भी सुनाई देता है एक समृद्ध साहित्य विरासत छोड़कर मात्र 42 वर्ष की अल्प आयु में 30 दिसंबर 1975 को अनंत यात्रा पर चले गए