Conservation of biodiversity in india – Complete Explanation

परिचय और विवरण (Introduction & Detail)

भारत विश्व के उन कुछ चुनिंदा देशों में शामिल है जिन्हें “मेगाडायवर्स देश” कहा जाता है। यहां की भौगोलिक विविधता — हिमालय से लेकर तटीय इलाकों तक — भारत को जैव विविधता का खजाना बनाती है। लेकिन इस जैव विविधता (biodiversity) पर लगातार बढ़ते शहरीकरण, वनों की कटाई और जलवायु परिवर्तन का गंभीर असर हो रहा है।

इस लेख में आप जानेंगे भारत में biodiversity संरक्षण की रणनीतियाँ, आम सवालों के जवाब, ताज़ा पर्यावरणीय खबरें, और एक जानकारीपूर्ण तालिका।


मुख्य बिंदु: जैव विविधता संरक्षण के उपाय

  • नेशनल पार्क और वाइल्डलाइफ सेंचुरीज़ का विस्तार

  • पारंपरिक ज्ञान और आदिवासी समुदायों की भागीदारी

  • वन अधिकार अधिनियम और पर्यावरण कानूनों का सख्त पालन

  • प्रजाति-विशिष्ट संरक्षण योजनाएं (जैसे प्रोजेक्ट टाइगर, प्रोजेक्ट एलिफेंट)

  • इको-सेंसिटिव ज़ोन (ESZ) का निर्धारण

  • स्थानीय युवाओं को पर्यावरण मित्र के रूप में प्रशिक्षण

 


सार्वजनिक प्रश्न और उनके समाधान (हिंदी में)

प्रश्न 1: जैव विविधता क्यों ज़रूरी है भारत के लिए?
समाधान: भारत की कृषि, पारिस्थितिकी और सांस्कृतिक विरासत जैव विविधता पर निर्भर है। यह खाद्य सुरक्षा, जल संरक्षण और जलवायु नियंत्रण में सहायक है।

प्रश्न 2: क्या केवल राष्ट्रीय उद्यान ही पर्याप्त हैं?
समाधान: नहीं। ग्रामीण वनों, नदी क्षेत्रों और पर्वतीय इलाकों को भी संरक्षण ज़रूरी है क्योंकि कई प्रजातियाँ इन असंरक्षित क्षेत्रों में रहती हैं।

प्रश्न 3: क्या छात्र भी जैव विविधता की रक्षा में भूमिका निभा सकते हैं?
समाधान: हां, छात्र स्थानीय पौधों को संरक्षित करना, प्लास्टिक से परहेज करना, और जन जागरूकता फैलाना जैसे कदमों से भूमिका निभा सकते हैं।

प्रश्न 4: जैव विविधता संरक्षण में तकनीक की क्या भूमिका है?
समाधान: GIS, ड्रोन्स, सैटेलाइट इमेजरी से वन कटाई पर निगरानी, और डेटा संग्रहण में तकनीक अहम है।

प्रश्न 5: भारत में जैव विविधता का संरक्षण कैसे किया जाता है?
समाधान:

भारत में जैव विविधता का संरक्षण निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:

  1. स्थल-पर संरक्षण (In-situ): राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य, और जैवमंडल रिज़र्व के माध्यम से प्रजातियों की प्राकृतिक आवास में रक्षा।

  2. स्थल-बाह्य संरक्षण (Ex-situ): चिड़ियाघर, वनस्पति उद्यान, बीज बैंक आदि के माध्यम से प्रजातियों का संरक्षण।

  3. कानूनी संरक्षण: वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम जैसे कानूनों के तहत संरक्षण।

  4. स्थानीय समुदायों की भागीदारी: वन dwellers और जनजातीय समुदायों को संरक्षण प्रयासों में शामिल करना।

  5. शिक्षा और जागरूकता: स्कूलों, मीडिया और सरकारी अभियानों के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाना।

इन उपायों से भारत अपनी समृद्ध जैव विविधता की रक्षा करता है।

Conservation of biodiversity in india - Complete Explanation


Public Questions and Their Solutions (In English)

Q1: What is the current status of biodiversity in India?
Ans: India is home to over 45,000 plant and 91,000 animal species. However, over 1,000 species are threatened due to habitat loss, pollution, and climate change.

Q2: How is the Indian government promoting biodiversity conservation?
Ans: Through National Biodiversity Authority (NBA), implementation of Biological Diversity Act, creation of Biodiversity Management Committees, and community-based conservation models.

Q3: How does biodiversity affect our daily lives?
Ans: It ensures food security, clean air, medicine, and climate balance. Ecosystem collapse due to biodiversity loss directly affects humans.

Q4: What role do local communities play in conservation?
Ans: Indigenous people have deep ecological knowledge. India promotes community reserves and joint forest management involving local villagers.

Q5: What are the methods of conservation of biodiversity?
Ans: The main methods of conservation of biodiversity are:

  1. In-situ Conservation – Protecting species in their natural habitat (e.g., national parks, wildlife sanctuaries, biosphere reserves).

  2. Ex-situ Conservation – Protecting species outside their natural habitat (e.g., zoos, botanical gardens, seed banks).

  3. Legal Protection – Enforcing wildlife laws and environmental acts.

  4. Community Participation – Involving local people and tribal communities.

  5. Awareness Programs – Educating public through campaigns and eco-clubs.

These methods help preserve ecosystems, species, and genetic diversity.

Q6: what is biodiversity conservation ?

Ans: Biodiversity conservation is the protection, preservation, and management of ecosystems, species, and genetic resources to prevent the loss of biodiversity and ensure its sustainable use for future generations.

Q7: what is the need of conservation of biodiversity ?

Ans: Conservation of biodiversity is needed to:

  1. Maintain ecological balance

  2. Ensure survival of all species

  3. Protect natural resources

  4. Support human life through food, medicine, and clean air

  5. Preserve genetic diversity for future generations

It is essential for a healthy planet and sustainable development.

Conservation of biodiversity in india - Complete Explanation


Important Points 

  • 🐘 Kaziranga में नए ‘Bio-Corridor’ का उद्घाटन (असम)
    असम सरकार ने ब्रह्मपुत्र नदी के दक्षिणी हिस्से में वन्यजीवों के लिए सुरक्षित मार्ग बनाया। यह हाथी और गैंडे जैसे जानवरों की आवाजाही के लिए अहम है।

  • 🌱 मध्य भारत के वन क्षेत्रों में नई प्रजाति खोजी गई
    छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में वन अनुसंधान विभाग ने एक नई औषधीय पौधे की प्रजाति (Bacopa indica var. forestica) को दर्ज किया है।

  • 📜 राष्ट्रीय जैव विविधता नीति 2025 का मसौदा जारी
    सरकार ने पहली बार ‘urban biodiversity integration’ को मुख्यधारा में लाने पर जोर दिया। हर नगर निगम को अपने क्षेत्र का ‘BioMap’ बनाना अनिवार्य होगा।

  • 🧪 IIT मद्रास ने विकसित किया ‘बायो-सेंसिंग डिवाइस’
    ये उपकरण प्रदूषित जल क्षेत्रों में जैव विविधता का स्तर मापने में मदद करेगा। इसका परीक्षण कावेरी नदी में चल रहा है।


सूचना तालिका 

विषय विवरण
जैव विविधता अधिनियम 2002, Biological Diversity Act
प्रमुख संस्थाएं National Biodiversity Authority (NBA), State Boards
संरक्षित क्षेत्र 106 नेशनल पार्क, 567 वाइल्डलाइफ सेंचुरीज़
संकटग्रस्त प्रजातियाँ 132 पौधे, 129 स्तनधारी, 72 पक्षी प्रजातियाँ (IUCN Red List)
मुख्य आयोजन वन महोत्सव (जुलाई), विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून)
नागरिक भागीदारी Biodiversity Registers, School Eco-Clubs
नई योजनाएं (2025) Biodiversity Digital Atlas, Urban BioSpots

निष्कर्ष 

Biodiversity केवल एक वैज्ञानिक शब्द नहीं, बल्कि जीवन का आधार है। भारत जैसे विविधताओं वाले देश में इसका संरक्षण न केवल प्रकृति की रक्षा है, बल्कि यह आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य लाभ का स्त्रोत भी है। हमें सभी स्तरों — सरकार, समाज और नागरिक — पर एकजुट होकर जैव विविधता की रक्षा करनी चाहिए।

Conservation of biodiversity in india - Complete Explanation


विस्तृत जानकारी

महीना अनुसार रणनीति

  • महीना 1: स्थानीय जैव विविधता पहचानें, स्कूल और पंचायत स्तर पर Bio Registers बनाएँ

  • महीना 2: पौधरोपण अभियान और वनों का सर्वेक्षण

  • महीना 3: जैव विविधता जागरूकता सप्ताह का आयोजन

  • महीना 4: threatened species की सूची बनाएं और निगरानी शुरू करें

  • महीना 5: स्थानीय कचरा प्रबंधन + जल स्रोतों की सफाई

  • महीना 6: रिपोर्टिंग, मूल्यांकन और डिजिटल मैपिंग

सुझावित अध्ययन स्रोत

  • एनबीए की वेबसाइट और Biodiversity India Portal

  • MOEFCC की रिपोर्ट्स

  • “Silent Spring” by Rachel Carson (प्रेरणा के लिए)

  • IUCN Red List Updates

स्वास्थ्य और मनोबल

  • पर्यावरणीय कार्य तनाव को कम करता है – विज्ञान भी मानता है

  • प्राकृतिक क्षेत्रों में समय बिताएं – ध्यान और चेतना के लिए

  • विद्यार्थियों के लिए ये विषय करियर के रूप में भी फायदेमंद है

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