एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर भाजपा की ग्वालियर विधानसभा एवं ग्वालियर पूर्व विधानसभा में संगोष्ठी आयोजित – 29

एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर भाजपा की ग्वालियर विधानसभा एवं ग्वालियर पूर्व विधानसभा में संगोष्ठी आयोजित

one nation one election (एक राष्ट्र एक चुनाव)

एक राष्ट्र एक चुनाव हमारे राष्ट्रवाद को और अधिक मजबूत करेगा

एक राष्ट्र एक चुनाव 2047 के विकसित भारत की बुनियाद रखने वाला है

ग्वालियर 28/04/2025 – एक राष्ट्र एक चुनाव कोई रानीतिक व प्रशासनिक अवधारणा नहीं है यह एक दृष्टिकोण है जो हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हम सबको चर्चा के लिए इकट्ठा किया है। ये सोच प्रधामंत्री श्री नरेंद्र मोदी की चुनावी लाभ या चुनावी नुकसान से उपर उठकर है, राष्ट्रहित में है।

एक राष्ट्र एक चुनाव हमारे राष्ट्रवाद को और अधिक मजबूत करेगा। इसी विश्वास के साथ ये बहुयामी परिणामों को ध्यान में रखते हुए आज पूरे देश में एक राष्ट्र एक चुनाव चर्चा का विषय बना हुआ है।

उक्त बात मुख्य वक्ता एक राष्ट्र एक चुनाव के प्रदेश संयोजक श्री रोहित आर्य ने सोमवार को होटल प्रहलाद इन में आयोजित एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर ग्वालियर विधानसभा की संगोष्ठी तथा गैलेक्स गार्डन में आयोजित ग्वालियर पूर्व विधनसभा की संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कही। ग्वालियर विधानसभा की संगोष्ठी को प्रभारी मंत्री श्री तुलसी सिलावट, उर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, जिलाध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया तथा ग्वालियर पूर्व विधनसभा की संगोष्ठी को सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर एक राष्ट्र, एक चुनाव के प्रदेश संयोजक एवं मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश श्री रोहित आर्य ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव का मतलब है लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराना। इससे मतदाता एक ही दिन दोनों स्तरों के लिए मतदान कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि देश भर में मतदान कई चरणों में हो सकता है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव भारत की नई सोच है, नई नीतियों का निवारण है, सशक्त लोकतंत्र के निर्माण में एक कारगार कदम है। एक राष्ट्र एक चुनाव से हमारा राष्ट्र सशक्त होगा। उन्होंने कहा, यह केवल एक सरकारी पहल नहीं है, बल्कि ऐसा निर्णय है जिसे पूरे देश को मिलकर लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कोई नई अवधारणा नहीं है, क्योंकि भारत ने 1952, 1957, 1962 और 1967 में इस प्रणाली का पालन किया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक राष्ट्र, एक चुनाव के लिए किए जा रहे प्रयासों का उद्देश्य चुनाव खर्च को कम करना और शासन में व्यवधान को कम करना है।

उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव से देश का सर्वांगीण विकास होगा। देश में आर्थिक सुधार होगा। देश और लोकतंत्र की नींव मजबूत होगी। 2024 के चुनाव में एक लाख करोड़ रुपए खर्च हुए। इसके साथ ही काम के घंटों का भी काफी नुकसान हुआ। देश में हर पांच साल में 1012 दिन कोड अॉफ कंडक्ट लगा रहता है, जिससे काम का नुकसान होता है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र चुनाव की आत्मा है। और बहुयामी चरणों में चुनाव होने से ये लोकतंत्र चुनावतंत्र में बदल गया है। इस स्थिति में चुनाव एक पवित कार्य नहीं रह गया है। क्योंकि मतदाता चुनाव को उत्सव के रूप में नहीं मना रहे है। बार बार चुनाव होने से स्थिति बिगड गई है। इसलिए एक राष्ट्र एक चुनाव बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि भाजपा का चरित्र है कि देश व राष्ट्र पहले। इसको हमें राष्ट्रवाद के रूप में लेकर जनता के बीच जाना है। इससे भाजपा को कोई फायदा नहीं है क्योंकि राष्ट्र को फायदा है।

एक साथ चुनाव होने से जो पैसा बचेगा वो राष्ट्र के विकास में लगेगा

इस अवसर पर ग्वालियर विधानसभा की संगोष्ठी में प्रभारी मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने कहा कि जब कोई विचार हो, कोई चिंतन हो, या कोई संवाद हो तो उसमें से अमृत निकलता है और ये अमृत, ये विचारधारा, ये सोच और ये चिंतन जो निकलकर आएगा वह राष्ट्रहित में, भारत के हित में, मप्र के हित में हम सबके हित में होगा।

और ये विधानसभा व लोकसभा का चुनाव एक साथ हो वह एक राष्ट्र एक चुनाव का पूर्णभाव है। जब ये सारे चुनाव एक साथ होंगे तो सारी गतिविधियां अपने आप समाप्त हो जाएंगी।

प्रभारी मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने कहा कि ये सारे चुनाव संयुक्त रूप से एक साथ होंगे तो जो राष्ट्र के गौरव प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने संकल्प लिया है 2047 का विकसित भारत, एक राष्ट्र एक चुनाव उसकी बुनियाद रखने वाला है, उसका संकल्प पूरा करने वाला है, उसका लक्ष्य पूरा करने वाला है। एक साथ चुनाव होने से जो पैसा बचेगा वो राष्ट्र के विकास में, राष्ट्र की उन्नति में खर्च होगा, और अगर राष्ट्र विकसित होगा तो मप्र का भी विकास होगा और मप्र विकसित होगा तो ग्वालियर का भी विकास होगा और ग्वालियर के विकास की प्रगति कोई नहीं रोक पाएगा।

प्रभारी मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने की सोच पहले ही लागू हो जानी चाहिए थी। यह राष्ट्रहित में एक दूरदर्शी निर्णय होगा। बार-बार होने वाले चुनावों के कारण देश में विकास कार्य रूक जाते हैं, प्रशासनिक अमला चुनाव प्रक्रिया में व्यस्त हो जाता है और भारी मात्रा में धन खर्च होता है यदि देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएं तो इससे समय और संसाधनों की भरी बचत होगी और देश तेजी से आगे बढ़ सकेगा।

उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में जो घटना घटी है उससे पूरा राष्ट्र व्यतीत है, हमसे हमारे 28 लोग बिछड गए है। ये कष्ट, ये पीडा आज उनके परिवारजन और पूरा देश झेल रहा है। आज उनके साथ पूरा देश खडा है। इस घटना के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सख्त कार्रवाई करेंगे और हमें उनके घर में भी घुसना पडेगा तो भी हमारी सेना वहां पर जाएगी और कार्रवाई करेगी।

राष्ट्र के निर्माण के लिए एक राष्ट्र एक चुनाव जरूरी

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इस अवसर पर ग्वालियर विधानसभा की संगोष्ठी में उर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि को लगभग 1825 दिन मिलते है इसमें 150 दिन चुनाव की आचार संहिता में ही चले जाते है। तो इतने दिनों मे ंतो जनप्रतिनिधि कोई विकास कार्य नहीं कर पाता हैं और दूसरी ये इतनी मानव शक्ति हर चुनाव में लगेगी। इनका उपयोग देश व राष्ट्र के निर्माण में होना चाहिए और इनका उपयोग चुनावों में हो रहा है। इन सब चीजों को कम करने के लिए एक राष्ट्र एक चुनाव का होना बहुत जरूरी है।

एक राष्ट्र एक चुनाव से विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी

सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर पूर्व विधानसभा की संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव’ से न केवल समय व धन की बचत होगी बल्कि देश का विकास और आमजनमानस पर भी बार-बार होने वाले चुनाव का प्रभाव नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव’ का उद्देश्य लोकसभा और राज्य विधानसभा के चुनाव एक साथ कराना है ताकि राजनीतिक स्थिरता में मदद मिले और विकास कार्यों की निरन्तरता बनी रहे।

उन्होंने कहा कि अलग-अलग समय पर चुनाव होने के कारण देश में सालभर कहीं न कहीं आदर्श आचार संहिता लागू रहती है, जिससे विकास कार्यों पर प्रभाव पड़ता है, यदि पूरे देश में चुनाव एक साथ कराए जाते हैं, तो इससे न केवल प्रशासनिक बोझ कम होगा, बल्कि विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में भी तेजी आएगी।

उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जाए। इसके लिए शिक्षा, अर्थव्यवस्था और चिकित्सा क्षेत्र में सशक्ति करना जरूरी है। एक राष्ट्र एक चुनाव होने से बचने वाला धन विकास कार्यों में लगाया जाएगा।

एक राष्ट्र एक चुनाव से देश और देश की जनता का समय और पैसा दोनों का बचत होगी

इस अवसर पर ग्वालियर विधानसभा एवं ग्वालियर पूर्व विधानसभा की संगोष्ठियों में भाजपा जिलाध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव न केवल संसाधनों की बचत करेगा, बल्कि शासन की निरंतरता एवं विकास की गति को भी सुनिश्चित करेगा, आज देश में अलग-अलग राज्यों के आम चुनाव अलग-अलग समय पर होते हैं।

इससे एक बड़ी राशि तो खर्च होती ही है, साथ ही देश की जनता का काफी समय बर्बाद होता है। चुनाव से पूर्व आचार संहिता लग जाती हैं, और उस दौरान विकास संबंधित सारी योजना ठप पड़ जाती है।

ऐसे में अगर देश में एक राष्ट्र एक चुनाव कार्यक्रम लागू होता है तो देश और देश की जनता का समय और पैसा दोनों का बचत होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वन नेशन वन इलेक्शन का जो सपना देखा है, उसे हम सब को मिल कर साकार करना है।

उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता को इस मिशन को जमीनी स्तर पर ले जाना चाहिए, ताकि यह एक वास्तविक जन आंदोलन बन सके।
इस अवसर मंच पर ,पूर्व मंत्री श्रीमती माया सिंह, पूर्व विधायक श्री मुन्नालाल गोयल, प्रदेश कार्य समिति सदस्य श्रीमती सुमन शर्मा, जिला संयोजक श्री रामेश्वर भदौरिया, जिला महामंत्री श्री विनोद शर्मा उपस्थित रहे।

ग्वालियर विधानसभा की संगोष्ठी का संचालन विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक एंव एक राष्ट्र एक चुनाव के जिला सह संयोजक श्री धर्मेन्द्र नायक ने एवं आभार मण्डल अध्यक्ष श्री अरुण वाजपेई ने व्यक्त किया।
इस अवसर पर ग्वालियर विधानसभा की संगोष्ठी में प्रदेश कार्य समिति सदस्य श्रीमती मीना सचान, वरिष्ठ समाजसेवी, साहित्यकार, वरिष्ठ पत्रकार श्री केशव पाण्डेय, जिला उपाध्यक्ष श्री अरुण कुलश्रेष्ठ, श्रीमती हेमलता बुधोलिया, श्री राजू सेंगर, श्री केशव माझी, श्री दीपक शर्मा, श्री मायाराम तोमर,

श्री अरुण तोमर, श्री मोहन विटवेकर, जिला मंत्री श्री दारासिंह सेंगर, श्री शैली शर्मा, श्री वेदप्रकाश शिवहरे, जिला मीडिया प्रभारी श्री नवीन चैधरी, जिला शोशल मीडिया प्रभारी श्री अरविंद रघुवंशी, मण्डल अध्यक्ष श्री महेश भदौरिया, श्री प्रमोद परमार, श्री योगेंद्र सिंह तोमर, श्री बृजमोहन शर्मा,

श्री लवी खंडेलवाल, डॉ राकेश रायजादा श्री आकाश श्रीवास्तव, श्री प्रयाग सिंह तोमर, डॉ. अंजली रायजादा, श्री सोनू राजपूत पार्षदश्रीमती अंजना शिवहरे, श्री उदय अग्रवाल, श्री बृजराज सिंह, श्री नितिन राव शिंदे,श्री युवराज कुलश्रेष्ठ, श्री राजेंद्र शर्मा, श्रीमती कृष्णा महोविया श्रीमती ज्योति पाठक,

श्रीमती दीप्ती भटनागर, श्रीमती शर्मिला वर्मा, श्री मनोज तोमर, श्री धर्मेंद्र आर्य, श्री डालचंद शाक्य, श्री सतीश खटीक, श्री मुलायम सिंह यादव, श्री हरि शिवहरे, श्री मनोज वर्मा, श्री सिद्धार्थ शर्मा, श्री बिरजू शिवहरे, श्री उमेश मिश्रा, श्री गुड्डू रत्नाकर, श्री निशिकांत मोघे, श्री सुनील भदौरिया, श्री बांकेबिहारी जोशी, सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

ग्वालियर पूर्व विधानसभा की संगोष्ठी मे पूर्व मंत्री श्री ध्यानेन्द्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष श्री धर्मेंद्र राणा, श्री राजेश्वर राव, श्री हंसराज तलरेजा, श्री अमित जादौन श्रीमती नीरू सिंह ज्ञानी डाॅ. कुलदीप चतुर्वेदी, मण्डल अध्यक्ष श्री रमाकांत मेहते श्री जबर सिंह गुर्जर श्री प्रवीण भारद्वाज श्री मुकेश दुबे सुश्री किरण भदौरिया श्रीमती कविता सोनी श्रीमती रितु सेजवार श्रीमती नंदनी गणफुले सहित अन्य गणमान्य नागरिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे

ग्वालियर – भाजपा द्वारा आयोजित एक राष्ट्र एक चुनाव कार्यक्रम में संगोष्ठी का आयोजन भाजपा जिला कार्यालय मुखर्जी भवन में किया गया। जिसे उद्यानिकी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह एवं जिलाध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया ने संबोधित किया।
उद्यानिकी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव भारत के लोकतंत्र को और अधिक सशक्त, सुव्यवस्थित और प्रभावी बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।

यह अभियान भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को और अधिक मजबूत, पारदर्शी एवं प्रभावी बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। एक राष्ट्र, एक चुनाव न केवल संसाधनों की बचत करेगा, बल्कि शासन की निरंतरता एवं विकास की गति को भी सुनिश्चित करेगा, आज देश में अलग-अलग राज्यों के आम चुनाव अलग-अलग समय पर होते हैं।

इससे एक बड़ी राशि तो खर्च होती ही है, साथ ही देश की जनता का काफी समय बर्बाद होता है। चुनाव से पूर्व आचार संहिता लग जाती हैं, और उस दौरान विकास संबंधित सारी योजना ठप पड़ जाती है। कुल मिलाकर विकास की तमाम गतिविधियों पर ब्रेक लग जाता है। ऐसे में अगर देश में एक राष्ट्र एक चुनाव कार्यक्रम लागू होता है तो देश और देश की जनता का समय और पैसा दोनों का बचत होगी।

जिलाध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया ने कहा कि साल भर चुनाव होते हैं, जिससे विकास ठप हो जाता है। एक राष्ट्र-एक चुनाव होने से विकास कार्यों को पंख लगेंगे और सरकारी व्यवस्थाओं का दोहन भी रुकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वन नेशन वन इलेक्शन का जो सपना देखा है, उसे हम सब को मिल कर साकार करना है

एक राष्ट्र एक चुनाव से देश और देश की जनता का समय और पैसा दोनों का बचत होगी

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एक राष्ट्र-एक चुनाव होने से विकास कार्यों को पंख लगेंगे

उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव हो जाने से देश की कई बड़ी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। केंद्र सरकार का प्रयास है कि सबकी सहमति से एक राष्ट्र में एक चुनाव हो इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव केवल नीतिगत बदलाव नहीं है, बल्कि दूरदर्शी सुधार है।

यह केवल नीतिगत बदलाव नहीं है, यह विकसित भारत का मार्ग है।एक राष्ट्र एक चुनाव कार्यकर्ताओं को इस मिशन को जमीनी स्तर पर ले जाना चाहिए, ताकि यह एक वास्तविक जन आंदोलन बन सके।

उन्होंने कहा, बार-बार चुनाव होना देश के लिए एक बड़ी समस्या, एक बड़ा मुद्दा बना है। विगत 30 वर्ष में भारत में एक भी साल ऐसा नहीं गया जब चुनाव न हुआ हो। यानी लगातार 30 वर्षों से भारत में कहीं ना कहीं चुनाव होते रहते हैं।

उन्होंने कहा कि जब भी देश में कहीं कोई नया परिवर्तन होता है तो उसमें युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। देश और दुनिया के इतिहास को देखें तो हमेशा परिवर्तन की शुरुआत युवाओं ने की है।

मेरा मानना है कि भविष्य में देश की राजनीति बदलेगी और उसकी भी शुरुआत आने वाले दिनों में युवा ही करने वाले हैं।
संगोष्ठी को पूर्व सांसद श्री विवेक शेजवलकर ने भी संबोधित किया।

एक राष्ट्रीय एक चुनाव पर संगोष्ठी की रूपरेखा जिला संयोजक श्री रामेश्वर भदौरिया ने रखी।
कार्यक्रम का संचालन संयोजक श्री धर्मेंद्र नायक ने एवं आभार मंडल अध्यक्ष श्री अमर कुटे ने व्यक्त किया।

इस मंच पर पूर्व जिलाध्यक्ष श्री अभय चौधरी, जिला महामंत्री श्री विनोद शर्मा, श्री विनय जैन उपस्थित रहे।

इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष श्री सुधीर गुप्ता, जिला मीडिया प्रभारी सिंह नवीन चौधरी, पार्षद श्री मोहित जाट, मंडल अध्यक्ष अमित बंसल, श्री कौशलेन्द्र राजावत, श्री गोपाल गांगिल, श्री सुनील भदौरिया, श्री राहुल राजपूत, श्रीमती सपना पाल, श्री सत्येंद्र तोमर, श्री नरेंद्र चौहान, श्री मनोज भार्गव, श्री भूपेंद्र राजपूत, श्री किशोर राठौड़, श्री मनोज वर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

एक राष्ट्र एक चुनाव पर ग्वालियर पूर्व विधानसभा एवं ग्वालियर दक्षिण विधानसभा की संगोष्ठी आज
एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर भारतीय जनता पार्टी ग्वालियर विधानसभा एवं ग्वालियर पूर्व विधानसभा की संगोष्ठी 28 अप्रैल को आयोजित होंगी।

एक राष्ट्र एक चुनाव पर ग्वालियर पूर्व विधानसभा की संगोष्ठी का आयोजन 28 अप्रैल को दोपहर 1:30 बजे होटल प्रहलाद इन पड़ाव पर किया जा रहा है। जिसमें केबिनेट मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया जी मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे।

संक्षिप्त जानकारी

एक राष्ट्र एक चुनाव – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के विषय पर ग्वालियर विधानसभा और ग्वालियर पूर्व विधानसभा में संगोष्ठियों का आयोजन किया। यह आयोजन देश में समवर्ती चुनावों की संभावनाओं और लाभों पर चर्चा करने के लिए किया गया, जो भाजपा के प्रमुख चुनावी वादों में से एक है।

इन संगोष्ठियों में, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, विधायकों, स्थानीय कार्यकर्ताओं और प्रबुद्ध नागरिकों ने भाग लिया, जिन्होंने इस मुद्दे पर अपने विचार साझा किए।

“एक राष्ट्र, एक चुनाव” का विचार देश में लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने का प्रस्ताव करता है। वर्तमान में, ये चुनाव अलग-अलग समय पर होते हैं, जिससे बार-बार चुनाव प्रचार, प्रशासनिक लागत और व्यवधान होते हैं। भाजपा का तर्क है कि समवर्ती चुनाव इन समस्याओं का समाधान कर सकते हैं और शासन और विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकते हैं।

ग्वालियर विधानसभा में आयोजित संगोष्ठी में, भाजपा नेताओं ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के लाभों पर विस्तार से चर्चा की।

उन्होंने कहा कि इससे सरकारी खर्च में भारी कमी आएगी, क्योंकि बार-बार होने वाले चुनावों से जुड़े प्रशासनिक खर्चों में काफी बचत होगी। इसके अलावा, उन्होंने तर्क दिया कि समवर्ती चुनाव नीतिगत पहलों और विकास परियोजनाओं के निरंतर कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेंगे, क्योंकि सरकार को बार-बार चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण व्यवधानों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

ग्वालियर पूर्व विधानसभा में आयोजित संगोष्ठी में, स्थानीय विधायकों ने इस मुद्दे पर अपने विचार साझा किए और नागरिकों के प्रश्नों का उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव” से देश में राजनीतिक स्थिरता आएगी, क्योंकि सरकारें नीतिगत सुधारों को लागू करने और विकास परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अधिक समय तक सत्ता में रहेंगी।

उन्होंने यह भी कहा कि इससे चुनाव प्रचार के दौरान होने वाले सामाजिक तनाव और विभाजन को कम करने में मदद मिलेगी।

संगोष्ठियों में भाग लेने वाले नागरिकों ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के विचार पर मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की।

कुछ ने इसके संभावित लाभों की सराहना की, जबकि अन्य ने इसकी व्यवहार्यता और संवैधानिक निहितार्थों पर चिंता व्यक्त की। कुछ नागरिकों ने सवाल उठाया कि क्या समवर्ती चुनाव क्षेत्रीय दलों और राज्यों की स्वायत्तता को प्रभावित करेंगे। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यह देश की संघीय संरचना के अनुरूप होगा।

एक राष्ट्र एक चुनाव में भाजपा नेताओं ने नागरिकों की चिंताओं को दूर करने का प्रयास किया और उन्हें आश्वासन दिया कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव” को लागू करने से पहले सभी हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर एक राष्ट्रीय सहमति बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी राजनीतिक दलों और नागरिकों के सुझावों को ध्यान में रखेगी।

इन संगोष्ठियों के माध्यम से, भाजपा ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के विचार पर जागरूकता बढ़ाने और नागरिकों के बीच इस मुद्दे पर बहस को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया।

पार्टी ने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट किया और नागरिकों को इसके संभावित लाभों और चुनौतियों के बारे में सूचित किया। आने वाले दिनों में, भाजपा इस मुद्दे पर और अधिक संगोष्ठियों और चर्चाओं का आयोजन करने की योजना बना रही है, ताकि एक राष्ट्रीय सहमति बनाई जा सके और इस महत्वपूर्ण सुधार को लागू किया जा सके।

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